mangal dosh kya hai or uske upay

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भारतीय ज्योतिष में मंगल दोष एक महत्वपूर्ण और चर्चा का विषय है, जो विवाह और जीवन के अन्य पहलुओं पर प्रभाव डालता है। परंतु क्या मंगल दोष केवल नुकसानदायक होता है? इस लेख में, हम इसके फायदे, नुकसान, और इससे जुड़े उपायों पर चर्चा करेंगे।

मंगल दोष क्या है?

ज्योतिष में मंगल दोष तब बनता है जब मंगल ग्रह आपकी कुंडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम, या द्वादश भाव में स्थित होता है। इसे मांगलिक दोष भी कहा जाता है। यह दोष मुख्य रूप से विवाह में देरी, वैवाहिक जीवन में समस्याओं, और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से जुड़ा माना जाता है।

मांगलिक होने के फायदे

आमतौर पर मंगल दोष को नकारात्मक रूप से देखा जाता है, लेकिन मांगलिक जातकों के जीवन में कुछ सकारात्मक पहलू भी हो सकते हैं:

1.    साहस और आत्मविश्वास: मांगलिक व्यक्ति साहसी और आत्मविश्वासी होते हैं, जो जीवन में बड़े लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।

2.    प्रतिस्पर्धा में सफलता: मंगल का प्रभाव ऊर्जा और दृढ़ता प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति किसी भी चुनौती को पार कर सकता है।

3.    नेतृत्व गुण: मंगल दोष वाले व्यक्ति अक्सर कुशल नेता होते हैं और टीम का मार्गदर्शन करने में सक्षम होते हैं।

मांगलिक होने के नुकसान

हालांकि, मंगल दोष के नकारात्मक प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता:

1.    विवाह में देरी: कुंडली में मंगल दोष होने से विवाह में बाधाएं सकती हैं।

2.    वैवाहिक जीवन में समस्याएं: मांगलिक दोष वैवाहिक जीवन में संघर्ष और असंतोष का कारण बन सकता है।

3.     स्वास्थ्य समस्याएं: ज्योतिष में स्वास्थ्य समस्याओ के उपाय का मंगल दोष से संबंध देखा गया है, जैसे सिरदर्द, रक्तचाप, और चोट लगने की संभावना।

मंगल दोष के उपाय

मंगल दोष के प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष में विभिन्न उपाय बताए गए हैं:

1.    विशेष पूजा और व्रत: मंगल दोष निवारण के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें और मंगलवार का व्रत रखें।

2.    कुंडली मिलान: विवाह से पहले कुंडली मिलान कर मांगलिक दोष के प्रभाव को समझें और संतुलन के उपाय अपनाएं।

3.    मंगल यंत्र: मंगल दोष को शांत करने के लिए मंगल यंत्र धारण करें।

4.    दान और अनुष्ठान: मंगल ग्रह से संबंधित चीजों का दान करें, जैसे लाल कपड़े, मसूर की दाल, और गुड़।

5.    ज्योतिषीय परामर्श: विवाह ज्योतिष के विशेषज्ञ से सलाह लेकर उचित समाधान खोजें।

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सावन सोमवार व्रत देते हैं मांगलिक सुख  

ह्रौं महाशिवाय वरदाय ह्रीं ऐं काम्य सिद्धि रुद्राय ह्रौं नमः

सावन माह के दौरान आने वाले सोमवान सोमवार के व्रत का समय विवाह के सुख की प्राप्ति के लिए बहुत उत्तम माना गया है. शास्त्रों में मौजूद प्रमाण इस बात की पुष्टि करते हैं की सावन में रखे जाने वाले सोमवार के व्रत एवं इस दिन से सोमवार के व्रत का आरंभ करना भी उत्तम माना गया है. यदि आप सोमवार के व्रत की शुरुआत करना चाहते हैं तो उसके लिए भी यह समय विशेष है और इस दिन से सोमवार के व्रत सोलह सोमवार व्रतों का शुभारंभ किया जा सकता है. सोलह सोमवार व्रत को मनपसंद जीवन साथी की प्राप्ति के लिए किया जाता है.
क्या
 मंगल दोष सभी के लिए नुकसानदायक होता है?

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मंगल दोष सभी के लिए नुकसानदायक नहीं होता। इसकी प्रकृति और प्रभाव जातक की कुंडली के अन्य ग्रहों पर निर्भर करते हैं। यदि कुंडली में अन्य ग्रहों का समर्थन है, तो मंगल दोष के सकारात्मक परिणाम भी देखे जा सकते हैं।

मंगल दोष और विवाह ज्योतिष का महत्व

विवाह ज्योतिष में मंगल दोष को समझना और इसके उपाय अपनाना सुखी वैवाहिक जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, मंगल दोष स्वास्थ्य, करियर, और परिवारिक जीवन को भी प्रभावित कर सकता है। सही उपाय अपनाने से जीवन को संतुलित और सफल बनाया जा सकता है।

निष्कर्ष

मंगल दोष को केवल नकारात्मक दृष्टि से देखना उचित नहीं है। इसके फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं, जो व्यक्ति की कुंडली और परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं। अगर आप मांगलिक हैं और इससे जुड़े उपायों की आवश्यकता है, तो एक अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें। मंगल दोष के उपाय, सही मार्गदर्शन और सकारात्मक दृष्टिकोण से जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है।

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Source :- https://kundlihindi.com/blog/mangal-dosh-kya-hai-or-uske-upay/